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1 Jul 2017 · 1 min read

आजा मेरे कृष्ण कन्हैया

रोती रहु मे आँसू बहाके,
आजा मेरे कृष्ण कनहैया
गलियन गलियन फिरू अकेली
पार न लग रई मोरी नैया

ना मधु बन है ना गौचर है
ना है यहाँ पर ताल तलैया
यमुना तीरे मलमा बह रओ
दुखिया तेरी सारी गइया

क्यो हमे छोड गया है यहाँ पर
बिलक रही है तेरी गइया
मारी मारी गलियन गलियन
फिरू अकेली कृष्ण कन्हैया
कृष्णकांत गुर्जर गाडरबारा

Language: Hindi
5 Likes · 269 Views
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