Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2019 · 1 min read

“आजाद भारत”

आजाद देश के ओ तिरंगे
तेरी सदा ऊंची शान रहे
करके तुझे नमन कोशिश रहे
कर बुलंद हौसलों के साथ
सम्मान तेरा यूं ही बना रहे

संविधान सभा में 1947 में
22 जुलाई को लेकर नया औधा
तुझे राष्ट्र ध्वज के नाम से जाना गया
इस याद में तेरा जन्म दिवस मनाया गया

स्वरूप को तेरे रखना है कायम
तेरी खातिर वीर जवान शहीद हुए हरदम

फहराया तिरंगा लाल किले पर
दिलाता है याद आजादी की रह रहकर

भारत का तिरंगा लहराते रहें हम हर स्मारक पर
वतन पर मर मिटने वाले हर शख्स को शत-शत नमन है

देश की आन-बान-शान की हर तरफ छाई रहे यूं ही बहार
हम सब भारतवासी एकता के सूत्र में बंधे हुए यूं ही आगे बढ़ते रहे वारंवार
वंदेमातरम का नारा रहें यूं ही
हमारे जुंबा पर बरकरार

आरती अयाचित
मौलिक, अप्रकाशित एवं स्वरचित
भोपाल

Language: Hindi
1 Like · 325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
बारिश के लिए
बारिश के लिए
Srishty Bansal
💐प्रेम कौतुक-185💐
💐प्रेम कौतुक-185💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक शे'र
एक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
भौतिकवादी
भौतिकवादी
लक्ष्मी सिंह
2402.पूर्णिका
2402.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
तड़पता भी है दिल
तड़पता भी है दिल
हिमांशु Kulshrestha
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
क्या ढूढे मनुवा इस बहते नीर में
क्या ढूढे मनुवा इस बहते नीर में
rekha mohan
*सीता नवमी*
*सीता नवमी*
Shashi kala vyas
सत्संग संध्या इवेंट
सत्संग संध्या इवेंट
पूर्वार्थ
जिंदगी के वास्ते
जिंदगी के वास्ते
Surinder blackpen
*जाते देखो भक्तजन, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*जाते देखो भक्तजन, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
#क़ता (मुक्तक)
#क़ता (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
Dr. Vaishali Verma
বড় অদ্ভুত এই শহরের ভীর,
বড় অদ্ভুত এই শহরের ভীর,
Sakhawat Jisan
!! नववर्ष नैवेद्यम !!
!! नववर्ष नैवेद्यम !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
आवो पधारो घर मेरे गणपति
आवो पधारो घर मेरे गणपति
gurudeenverma198
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
Neelam Sharma
"परमात्मा"
Dr. Kishan tandon kranti
मायका
मायका
Dr. Pradeep Kumar Sharma
71
71
Aruna Dogra Sharma
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
Mukesh Kumar Sonkar
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
✍️ D. K 27 june 2023
✍️ D. K 27 june 2023
The_dk_poetry
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
Arghyadeep Chakraborty
बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी
बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
ज्ञानवान  दुर्जन  लगे, करो  न सङ्ग निवास।
ज्ञानवान दुर्जन लगे, करो न सङ्ग निवास।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...