Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2017 · 1 min read

आजमाते हो

1222/1222/
आजमाते हो

समन तुम क्यू रूलाते हो.
रूला कर फिर मनाते हो

चले जाये सुनो इक दिन.
हमे तुम क्यू सताते हो.

खफा जो हम हुये तुम से
बहाने फिर बनाते हो

सताये याद जब तुम को.
मुहब्बत फिर जताते हो.

तुम्हारे थे तुम्हारे है
हमे क्यू आजमाते हो..

पकड़ कर हाथ गैरो का
जला कर मुस्कुराते हो.

संगीता शर्मा.
1/3/2017

1 Like · 301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
दिल पर दस्तक
दिल पर दस्तक
Surinder blackpen
ज़िन्दगी में किसी बड़ी उपलब्धि प्राप्त करने के लिए
ज़िन्दगी में किसी बड़ी उपलब्धि प्राप्त करने के लिए
Paras Nath Jha
सामन्जस्य
सामन्जस्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" कटु सत्य "
DrLakshman Jha Parimal
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
Aadarsh Dubey
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
ग़ज़ल- मशालें हाथ में लेकर ॲंधेरा ढूॅंढने निकले...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
मूहूर्त
मूहूर्त
Neeraj Agarwal
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
साँझ ढली पंछी चले,
साँझ ढली पंछी चले,
sushil sarna
पुश्तैनी मकान.....
पुश्तैनी मकान.....
Awadhesh Kumar Singh
আজকের মানুষ
আজকের মানুষ
Ahtesham Ahmad
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
From dust to diamond.
From dust to diamond.
Manisha Manjari
एक तुम्हारे होने से...!!
एक तुम्हारे होने से...!!
Kanchan Khanna
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
"जीत की कीमत"
Dr. Kishan tandon kranti
"प्रीत की डोर”
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
'हक़' और हाकिम
'हक़' और हाकिम
आनन्द मिश्र
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
शेखर सिंह
काश
काश
हिमांशु Kulshrestha
मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,
मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
औरों की उम्मीदों में
औरों की उम्मीदों में
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
Sonu sugandh
Loading...