Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2020 · 1 min read

आखिर क्यो उदास बैठे हो

हारकर वक्त से निराश बैठे हो
क्या बात है आखिर क्यों उदास बैठे हो
कम्बख्त इस वक्त इस तरह डरना ठीक है क्या
सपने बिखर गये, पर तुम्हारा बिखरना ठीक है क्या
मेरे दोस्त हम मुसाफिर हैं, यूँ रास्तो से डरना ठीक नहीं
ये दुश्वारियां ये अंधेरे हमारे सफर का हिस्सा ही तो हैं
हम तो बस किरदार हैं ये दुनिया एक किस्सा ही तो हैं

हमें मालूम है तुम्हारे ख्वाब टूटें है
फिक्र मत करना मानता हूँ कुछ लोग छूटें हैं
इक दौर बुरा आया है कि सब कुछ थम सा गया है
पानी सी बह रही थी दुनिया बस पानी जम सा गया है
अब इसका तो इलाज यही है कि आग जलाना होगा
या बनके आग का गोला इस बर्फ को पिघलाना होगा

टूटना मत बैठना मत अवसर तमाम आयेंगे
चलते रहे गर बिना रुके तो हसीं मंजर तमाम आयेंगे
मंजिलों का सफर इतना आसान कहां होता है
पहुचता वहीं है मंजिल तक जो धैर्य नहीं खोता है

उठो जागो और रास्तों की परवाह छोड़ दो
दिखाओ अपनी ताकत और वक्त को मोड़ दो

@अrun अरुण कुमार अरु #good_morning
#motivation #arupoetry #lockdown

Language: Hindi
1 Comment · 190 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet kumar Shukla
सच तो यह है
सच तो यह है
Dr fauzia Naseem shad
कहां गए (कविता)
कहां गए (कविता)
Akshay patel
गौर फरमाइए
गौर फरमाइए
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शर्म शर्म आती है मुझे ,
शर्म शर्म आती है मुझे ,
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आंबेडकर न होते तो...
आंबेडकर न होते तो...
Shekhar Chandra Mitra
"ऊँची ऊँची परवाज़ - Flying High"
Sidhartha Mishra
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Dr Parveen Thakur
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
Dr MusafiR BaithA
काश हम बच्चे हो जाते
काश हम बच्चे हो जाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
दिलों में है शिकायत तो, शिकायत को कहो तौबा,
दिलों में है शिकायत तो, शिकायत को कहो तौबा,
Vishal babu (vishu)
3138.*पूर्णिका*
3138.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आज की जेनरेशन
आज की जेनरेशन
ruby kumari
*अद्वितीय गुणगान*
*अद्वितीय गुणगान*
Dushyant Kumar
अशोक महान
अशोक महान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
Shashi kala vyas
जिस के पास एक सच्चा दोस्त है
जिस के पास एक सच्चा दोस्त है
shabina. Naaz
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
जिसमें सच का बल भरा ,कहाँ सताती आँच(कुंडलिया)
जिसमें सच का बल भरा ,कहाँ सताती आँच(कुंडलिया)
Ravi Prakash
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
■ नाम_ही_काफी_है...
■ नाम_ही_काफी_है...
*Author प्रणय प्रभात*
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार
विजय कुमार अग्रवाल
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
Ms.Ankit Halke jha
एक प्यार का नगमा
एक प्यार का नगमा
Basant Bhagawan Roy
Loading...