Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2021 · 3 min read

“आखिरी खत”

हर रोज क़ी तरह आज फिर मैं रीडिंग रूम के लिए तैयार हो रहा था. बैग में किताबे रखते हुए सोच रहा था ! आज क्या पढू ……? पहले तो परसो वाली किताब के बचे हुए ४ पेज ही पढ़ना है। बैग को अपने मजबूत कंधो पर टांगते हुए रूम से बाहर निकल कर, रास्ते में पग नापते हुए चल रहा था।
थोडा ही चला था। मेरे एक मित्र अपनी बाइक का हॉर्न बजाते हुए, बगल में बाइक खडी कर पूछते है ..रीडिंग रूम जा रहे हो ?..मैंने जबाब दिया हाँ …झट से उन्होंने मुझे अपने साथ चलने का बोल दिया। हम दोनों पुरे रास्ते हंसी मजाक करते, रीडिंग रूम पहुच जाते है।
राहुल ने आगे वाली सीट पर ही बैग रख लिया और मैं अपनी पुरानी सीट क़ी ओर चल दिया। सब पहले से ही अपनी-अपनी सीट पर बैठे पढ़ रहे थे। मुझे लगा जैसे आज में थोड़ा लेट हो गया हूं।
मैं अपनी सीट पर पहुचा, देखा यहाँ आज ख़ाली-ख़ाली क्यों है.? चौक गया..आज तो सोनू भी नही आयी। मैंने सोचा कोई बात नही कल मै भी भोपाल गया था, सोनू को भी कोई काम आ गया होंगा,फिर भी एक फोन तो कर ही देती।
सब किताबे ज्यो क़ी त्यों रखी थी. उनमे से अपनी ४ पेज छोड़ी किताब ढूंढ रहा था पर वो नही मिली. खैर कोई बात नही आज कुछ नया ही पड़ता हूं.!
पढ़ते पढ़ते रोज क़ी तरह झपकी आने लगी, और मैं किताब पर ही सो गया। सोतें हुए बार- बार कंधे से टेकने क़ी आदत भी जैसे लग ही गयी थी पर आज कोई बगल में बैठने वाला नही था, फिर कैसे सोता ……?
लंच का टाइम भी हो गया है सब अपने अपने लंच बॉक्स लेकर बाहर चले गये. राहुल भी अपनी दोस्त के साथ लंच
कर रहा था ..उसको कहा पता था कि… मै अकेला लंच कर रहा हू. मैंने जैसे -तैसे कर दो पराठे तो खा लिए पर अकेले और नही खिलया जा रहा था। मै तो पानी भी कभी नही लाता, सोनू ही बड़ी बॉटल लेकर आती थी सो हम दोनों के लिए इतना पानी पर्याप्त था।
सब लंच कर पढ़ने लगते है। मै भी वाटर कूलर से पानी पीकर लौट ही रहा था कि राहुल मिल गया …..और लंच हो गया ….? पूछता हुआ ! अपनी सीट पर पड़ने बैठ जाता है.
मै भी अपनी सीट पर पढ़ने लगा। जहाँ मैं और सभी स्टूडेंट अपनी उपयोगी किताबे रखते थे, राहुल वही बैठा था। अचानक आवाज आती है लैटर ……ख़त किसी का ख़त …..उसने देखा इस पर तो तुम्हारी सोनू लिखा है। वो दौड़ता मैरे पास आया,और वो ख़त मुझे दे देता है।
मैं उसे खोलता उससे पहले ही मेरी धड़कन तेज तेज चलने लगी।लैटर मै लिखा था …….तुम्हारी प्यारी सोनू ..मै जानती हू क़ी तुम मुझे बहुत प्यार करते हो, पर मै तो बस तुमसे कुछ समय के लिए मिली थी क्योकि तुम बहुत अच्छे और नेक दिल इंसान हो पहले ही दिन तुमने मेरा दिल जीत लिया था। तुम्हें सबसे अकेला पाकर तुम्हारे अकेलेपन को दूर कर रही थी। जिससे तुम पढ़ाई करते हुए दबाब महसूस न करो.
आज से तुम्हारा रास्ता तुम्हें सौप रही हूं।मेरी शुभकामनाये तुम्हारे साथ है और विश्वास है तुम एक दिन अफसर बनकर मेरी अंतिम इच्छा पूरी करोंगे मैं और ज्यादा दिन क़ी मेहमान नही हूं। क्योकि मुझे एक लाइलाज बीमारी मेरे माँ-बापू से बिरासत में मिली थी।मनु तुम अपना ख्याल रखना ये मेरा तुम्हारे लिए आखरी पैगाम और आखरी ख़त है।

अनिल अहिरवार
मध्य प्रदेश

2 Likes · 3 Comments · 519 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
सलाह
सलाह
श्याम सिंह बिष्ट
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
Swami Ganganiya
भगतसिंह:एक मुक्त चिंतक
भगतसिंह:एक मुक्त चिंतक
Shekhar Chandra Mitra
2502.पूर्णिका
2502.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तुझे पन्नों में उतार कर
तुझे पन्नों में उतार कर
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे - संदीप ठाकुर
ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
"चुनौतियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
* गूगल वूगल *
* गूगल वूगल *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
"श्रृंगारिका"
Ekta chitrangini
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
🧑‍🎓My life simple life🧑‍⚖️
🧑‍🎓My life simple life🧑‍⚖️
Ms.Ankit Halke jha
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
व्यस्तता जीवन में होता है,
व्यस्तता जीवन में होता है,
Buddha Prakash
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
ऋतुराज बसंत
ऋतुराज बसंत
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*
*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*
Ravi Prakash
"म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के"
Abdul Raqueeb Nomani
कठिनाई  को पार करते,
कठिनाई को पार करते,
manisha
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
🌺 Prodigy Love-22🌹
🌺 Prodigy Love-22🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सौ बरस की जिंदगी.....
सौ बरस की जिंदगी.....
Harminder Kaur
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
Loading...