आओ मिल जाये हम तुम
आ मिल जाये हम तुम
?सोनु?
आ गले लगकर,,
कर दे दूर अपने,,
गिले शिकवे सारे,,
तुम फिर बन जाओ,,
दिल के मेरे अजीज प्यारे,,
तुम रखना,,
खयाल मेरा,,
उम्र भर हँसी खुशी से,,
वादा करलो तुम,,,
फिर पास आकर हमारे,,,।
दिल के सारे,,
फ़साने सुना जाना तुम,,,
नजदीक आकर के हमारे।
आज दूर हो तुम,,,
तो कोई गम नही,,
दिल के बहुत,,,
करीब रहते हो,,
तुम जानलो हमारे।
उदास रहने से,,
कुछ हासिल नही है,,
खुश रहना ही जिंदगी है,,
इसे जीने के,,
गुण सीख ले तू सारे।
गायत्री सोनु जैन?