Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2021 · 1 min read

आओ मिलकर पेड़ लगाए

आओ मिलकर पेड़ लगाए,
अपनी धरती को हम बचाए,

बढ़ रहा हैं प्रदूषण चहुँओर,
संकट में हैं आने वाला दौर,
देख रहे बढ़ती गर्मी कटते पेड़ ,
हो रहा प्रकृति से नित छेड़,

आओ मिलकर पेड़ लगाए,
अपनी धरती को हम बचाए,

पेड़ो से ही बारिश होती,
पेड़ो से ही साँसे मिलती,
पेड़ो के अनन्त उपकार,
खुशियों का देते उपहार,

आओ मिलकर पेड़ लगाए,
अपनी धरती को हम बचाए,

फिर क्यो…..

पेड़ काटकर धरा उजाड़ते,
जन जीवन संकट में डालते,
क्यों नहीं हम इतना सोचते,
क्यों नहीं लोगों को रोकते,

आओ मिलकर पेड़ लगाए,
अपनी धरती को हम बचाए,

आओ हम संकल्प लेते एक,
पेड़ लगाकर काम करें नेक,
लगे हुए पेड़ो का रक्षण करें,
अपनी साँसों की कीमत भरें,

आओ मिलकर पेड़ लगाए,
अपनी धरती को हम बचाए,

Language: Hindi
1 Like · 216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
अकेले आए हैं ,
अकेले आए हैं ,
Shutisha Rajput
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
Vivek Pandey
औरत तेरी गाथा
औरत तेरी गाथा
विजय कुमार अग्रवाल
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
माँ
माँ
Sidhartha Mishra
Next
Next
Rajan Sharma
नित्य करते जो व्यायाम ,
नित्य करते जो व्यायाम ,
Kumud Srivastava
■ जनादेश की ऐसी-तैसी...
■ जनादेश की ऐसी-तैसी...
*Author प्रणय प्रभात*
सफर या रास्ता
सफर या रास्ता
Manju Singh
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
Paras Nath Jha
तब याद तुम्हारी आती है (गीत)
तब याद तुम्हारी आती है (गीत)
संतोष तनहा
Keep yourself secret
Keep yourself secret
Sakshi Tripathi
*झंडा (बाल कविता)*
*झंडा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
प्रोटोकॉल
प्रोटोकॉल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*चाँद को भी क़बूल है*
*चाँद को भी क़बूल है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
समझ आती नहीं है
समझ आती नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
💐प्रेम कौतुक-244💐
💐प्रेम कौतुक-244💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हाँ, नहीं आऊंगा अब कभी
हाँ, नहीं आऊंगा अब कभी
gurudeenverma198
संग दीप के .......
संग दीप के .......
sushil sarna
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Akshay patel
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
आब-ओ-हवा
आब-ओ-हवा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मौन
मौन
Shyam Sundar Subramanian
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
Radhakishan R. Mundhra
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
Loading...