Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2017 · 1 min read

आइना

आइना हो मेरा या,
अक्स हो तुम….
या दिल से जुड़ा,
कोई गहरा शक्स हो तुम…..

मन में रहती है बात मेरे,
पर कह जाती हो तुम….
धीरे से आकर मेरे,
दिल के हर साज़ छेड़ जाती हो तुम…..

पता है हमे भी कि,
क्या है तुम्हारे दिल में…
फिर क्यों बातें अपने मन की,
हमसे छुपाती हो तुम…..

अब मान भी जाओ,
कहदो अपने दिल कि बात….
क्यों वक़्त के डर से,
खुद को दबाती हो तुम……

करलो यकीन थोडा हम पर भी,
वादा है कभी ना पछताओगी तुम….
देंगे साथ तुम्हारा वहां तक,
जहाँ ख्वाबों में भी ना जा पाओगी तुम…….”

© बेनाम-लफ्ज़….

Language: Hindi
299 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मोबाइल
मोबाइल
Punam Pande
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें।
समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें।
surenderpal vaidya
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
शेखर सिंह
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
Akash Yadav
2630.पूर्णिका
2630.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
Neelam Sharma
कब तक बरसेंगी लाठियां
कब तक बरसेंगी लाठियां
Shekhar Chandra Mitra
आज का श्रवण कुमार
आज का श्रवण कुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*शादी (पाँच दोहे)*
*शादी (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Phoolo ki wo shatir  kaliya
Phoolo ki wo shatir kaliya
Sakshi Tripathi
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
Shweta Soni
आज के युग में नारीवाद
आज के युग में नारीवाद
Surinder blackpen
पुष्पों का पाषाण पर,
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मैं तो महज बुनियाद हूँ
मैं तो महज बुनियाद हूँ
VINOD CHAUHAN
■ चिंतनीय स्थिति...
■ चिंतनीय स्थिति...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं विवेक शून्य हूँ
मैं विवेक शून्य हूँ
संजय कुमार संजू
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेटियां
बेटियां
Dr Parveen Thakur
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
Dr. Man Mohan Krishna
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"पतवार बन"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...