Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2018 · 1 min read

आइए मिलकर करें हम राष्ट्र की आराधना

आइए मिलकर करें हम राष्ट्र की आराधना।
हम निभाए फर्ज़ अपना बस यही हो साधना।।

मिल सकें जो सब गले परमार्थ में जीवन ढले।
हम जहां को जीत लेंगे है यही संभावना।।

अब मशालें जल गयी हैं क़ौमी एकता लाएंगे।
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई मिल करें सब प्रार्थना।।

संप्रदायों में न बांटो दिल हमारे एक हैं।।
राष्ट कायाकल्प होगा हो गए जब एक ना।।

‘कल्प’ संकल्पित हुये ले कर शपथ समभाव की।
हम बढ़ेंगे जग बढ़ेगा है यही सद्भावना।।
✍?अरविंद राजपूत ‘कल्प’

263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
********* हो गया चाँद बासी ********
********* हो गया चाँद बासी ********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पहला प्यार
पहला प्यार
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
Vishal babu (vishu)
सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
23/128.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/128.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-385💐
💐प्रेम कौतुक-385💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
ग़ज़ल -
ग़ज़ल -
Mahendra Narayan
राष्ट्र हित में मतदान
राष्ट्र हित में मतदान
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गिरता है धीरे धीरे इंसान
गिरता है धीरे धीरे इंसान
Sanjay ' शून्य'
"मन्नत"
Dr. Kishan tandon kranti
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
फितरत बदल रही
फितरत बदल रही
Basant Bhagawan Roy
चॉंद और सूरज
चॉंद और सूरज
Ravi Ghayal
*माँ कटार-संग लाई हैं* *(घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )*
*माँ कटार-संग लाई हैं* *(घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )*
Ravi Prakash
दुनिया से सीखा
दुनिया से सीखा
Surinder blackpen
"व्‍यालं बालमृणालतन्‍तुभिरसौ रोद्धुं समज्‍जृम्‍भते ।
Mukul Koushik
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
sushil sarna
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
जन जन में खींचतान
जन जन में खींचतान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान : कर्नल सी. के. नायडू
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान : कर्नल सी. के. नायडू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिन्दी हाइकु- शुभ दिपावली
हिन्दी हाइकु- शुभ दिपावली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...