Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2021 · 1 min read

आंखें नम क्यों हैं

**** आँखें नम क्यों है ****
***********************
**** 222 222 22 ****
***********************

जन जन की आँखें नम क्यों है,
मन मे गहराया गम क्यों है।

पग पग में काँटे ही काँटे,
मुरझाया सा आलम क्यों हैं।

मुख पर फैला कैसा साया,
दरवाजे पर मातम क्यों है।

कब होगा सूरज का आना,
दिन में भी आतप कम क्यों है।

ना खुल कर कर पाए बातें,
पल पल पर घुटता दम क्यों है।

मनसीरत दुख सुख का साथी,
फिर घबराता हमदम क्यों है।
************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)

169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
ऐसे नाराज़ अगर, होने लगोगे तुम हमसे
gurudeenverma198
“जहां गलती ना हो, वहाँ झुको मत
“जहां गलती ना हो, वहाँ झुको मत
शेखर सिंह
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
Being an ICSE aspirant
Being an ICSE aspirant
Sukoon
जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है और खासकर जब बुढ़ापा नजदीक
जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है और खासकर जब बुढ़ापा नजदीक
Shashi kala vyas
स्वयं आएगा
स्वयं आएगा
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
तेरी नियत में
तेरी नियत में
Dr fauzia Naseem shad
■ लघु-कविता-
■ लघु-कविता-
*Author प्रणय प्रभात*
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
Paras Nath Jha
माघी पूर्णिमा
माघी पूर्णिमा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
Jyoti Khari
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खैर-ओ-खबर के लिए।
खैर-ओ-खबर के लिए।
Taj Mohammad
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
चुप रहो
चुप रहो
Sûrëkhâ Rãthí
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
गुप्तरत्न
एक मुलाकात अजनबी से
एक मुलाकात अजनबी से
Mahender Singh
मां भारती से कल्याण
मां भारती से कल्याण
Sandeep Pande
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
3067.*पूर्णिका*
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कारोबार"
Dr. Kishan tandon kranti
वो ओस की बूंदे और यादें
वो ओस की बूंदे और यादें
Neeraj Agarwal
दिल आइना
दिल आइना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-479💐
💐प्रेम कौतुक-479💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक नयी रीत
एक नयी रीत
Harish Chandra Pande
आँखें और मोबाइल (कुंडलिया)*
आँखें और मोबाइल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Transparency is required to establish a permanent relationsh
Transparency is required to establish a permanent relationsh
DrLakshman Jha Parimal
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
Loading...