Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2021 · 1 min read

अवनि अम्बर बीच

अवनि अंबर के बीच में, पले प्रीत है रोज
दोष किसी का नहीं है,यह तो मन की खोज

लखे धरा जब गगन को , पहने दुरीय लाल
लाल रक्तिमा देख कर, फंसती उसके जाल

दिन भर विचरे साथ में ,वापस लौटे शाम
रिश्ता ऐसा गहन हो , जिसका नाहीं दाम

हिमगिरि जैसा उच्च हो , सागर जैसी थाह
दिल से दिल का मेल हो ,देख भरे बस आह

वानी कोकिल मधुर हो, प्रीति ढलेगी ओज
अवनि अंबर के बीच में, पले प्रीत है रोज

प्रकृति का है नियम जो, करती नहीं दुराव
सूत्र नेह के बँधे है , चरा अचर के भाव

आसमान से धरा तक, दूरी है बेजोड़
फिर भी पलता प्रेम है ,बिना किसी की होड़

मेघ प्रेम बारिशें कर , अर्पण करता आप
भर कर भू आगोश में, रोज मिटाती ताप

प्रेम नाम प्रति दान का, होता तभी विकास
अगर नही समभाव तो,मिलता बस उपहास

इसी लिए तो रहेगी , प्रेम प्रिया में मौज
अवनि अंबर के बीच में, पले प्रीत है रोज

Language: Hindi
75 Likes · 484 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
प्रेमदास वसु सुरेखा
स्वयं द्वारा किए कर्म यदि बच्चों के लिए बाधा बनें और  गृह स्
स्वयं द्वारा किए कर्म यदि बच्चों के लिए बाधा बनें और गृह स्
Sanjay ' शून्य'
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
जो कुछ भी है आज है,
जो कुछ भी है आज है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दुआ सलाम
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
Hey....!!
Hey....!!
पूर्वार्थ
समाज के बदल दअ
समाज के बदल दअ
Shekhar Chandra Mitra
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
Dr MusafiR BaithA
मुद्दा मंदिर का
मुद्दा मंदिर का
जय लगन कुमार हैप्पी
" ये धरती है अपनी...
VEDANTA PATEL
#इधर_सेवा_उधर_मेवा।
#इधर_सेवा_उधर_मेवा।
*Author प्रणय प्रभात*
पितर पाख
पितर पाख
Mukesh Kumar Sonkar
3230.*पूर्णिका*
3230.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
शिव प्रताप लोधी
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
हिन्दी की गाथा क्यों गाते हो
Anil chobisa
संतुलित रखो जगदीश
संतुलित रखो जगदीश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बदलती जिंदगी की राहें
बदलती जिंदगी की राहें
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"ला-ईलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
मर्यादा और राम
मर्यादा और राम
Dr Parveen Thakur
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
हमको जो समझें
हमको जो समझें
Dr fauzia Naseem shad
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
Ms.Ankit Halke jha
छल ......
छल ......
sushil sarna
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्रों से मेरा संबंध*
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्रों से मेरा संबंध*
Ravi Prakash
हम भी अगर बच्चे होते
हम भी अगर बच्चे होते
नूरफातिमा खातून नूरी
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
#गुरू#
#गुरू#
rubichetanshukla 781
Loading...