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24 Jul 2020 · 1 min read

“अवधी मनोभाव”

1. का करी राम!
कुछ सूझत नाही
फूटल भाग्य।

2. रावरे जन
बिलखैं चहुं ओर
पड़ा अकाल।

3. जीव हमार
लागत नाही प्रभु!
उठै उफान।
-रेखा “मंजुलाहृदय”

Language: Hindi
9 Likes · 12 Comments · 279 Views
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