Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2021 · 1 min read

अल्ला हू

तुझमें मैं
मुझमें तू
अल्ला हू
अल्ला हू…
मैं भी वही
जो है तू
अल्ला हू
अल्ला हू…
तेरा मैं
मेरी तू
अल्ला हू
अल्ला हू…
तू ही
दिल में
तू ही
रू-ब-रू
अल्ला हू
अल्ला हू…
तू ही
हासिल
तू ही
ज़ुस्तज़ु
अल्ला हू
अल्ला हू…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
Tag: गीत
287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
■ छोटी सी नज़्म...
■ छोटी सी नज़्म...
*Author प्रणय प्रभात*
वो मुझे प्यार नही करता
वो मुझे प्यार नही करता
Swami Ganganiya
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रेम
प्रेम
Dr. Kishan tandon kranti
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
जय लगन कुमार हैप्पी
मेरी बातों का असर यार हल्का पड़ा उस पर
मेरी बातों का असर यार हल्का पड़ा उस पर
कवि दीपक बवेजा
*अंतर्मन में राम जी, रहिए सदा विराज (कुंडलिया)*
*अंतर्मन में राम जी, रहिए सदा विराज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
" तितलियांँ"
Yogendra Chaturwedi
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Ram Krishan Rastogi
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
Poonam Matia
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
शाकाहार बनाम धर्म
शाकाहार बनाम धर्म
मनोज कर्ण
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
Neelam Sharma
बहता पानी
बहता पानी
साहिल
2998.*पूर्णिका*
2998.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-327💐
💐प्रेम कौतुक-327💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कहाँ जाऊँ....?
कहाँ जाऊँ....?
Kanchan Khanna
शब्द कम पड़ जाते हैं,
शब्द कम पड़ जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
उमीदों के चरागों को कभी बुझने नहीं देना
उमीदों के चरागों को कभी बुझने नहीं देना
Dr Archana Gupta
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
Shweta Soni
पाप का जब भरता है घड़ा
पाप का जब भरता है घड़ा
Paras Nath Jha
मैं आँखों से जो कह दूं,
मैं आँखों से जो कह दूं,
Swara Kumari arya
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
Ankita Patel
Pollution & Mental Health
Pollution & Mental Health
Tushar Jagawat
Loading...