अरसो के बाद की मुलाक़ात
बहुत दिन बाद आई ऐसी रात थी,
दोस्तों के साथ हसीन मुलाक़ात थी //
दो पलो के गुफ्त-गू मे कुछ अलग बात थी,
हसि ठिठोली के बीच बीती चांदनी रात थी //
तन्हाइयो को भूलकर हसि मे उड़ी चिंताये थी,
उस रात मे, कुछ अलग ही बात थी //
बहुत दिनों बाद मिला दोस्तों का साथ था,
शायद ये बेसकीमती हुई मुलाक़ात थी //
वो सैर-सपाटो मे एक अलग ही बात थी,
लम्बी दूरी और घूमन्तू मन से मुलाक़ात थी //
बहुत दिनों बाद आई ये चांदनी रात थी,
दोस्तों के साथ बीती क्या हसीन मुलाक़ात थी //