Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2020 · 1 min read

अमर रहे गणतंत्र हमारा, लोकतंत्र का मान रहे।

अमर रहे गणतंत्र हमारा,
लोकतंत्र का मान रहे।

हिल मिल रहें सभी जन अपने
सत्य अहिंसा भान रहे
न्याय मिले मजलूम निवल को
शक्ति निहित संविधान रहे

अमर रहे गणतंत्र हमारा
लोकतंत्र का मान रहे ।

राष्ट्र द्रोह की सजा मौत हो
राष्ट्र धर्म का ध्यान रहे
भाषा प्रान्त धर्म सब भूलें
मूल एकता गान रहे

अमर रहे गणतंत्र हमारा
लोकतंत्र का मान रहे।

पूरा हो कश्मीर हमारा
अटल सत्य सम्मान रहे
लाज तिरंगे की रखनी है
राष्ट्रध्वजा अभिमान रहे ।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
1 Comment · 234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
कवि रमेशराज
बिटिया !
बिटिया !
Sangeeta Beniwal
अच्छे नहीं है लोग ऐसे जो
अच्छे नहीं है लोग ऐसे जो
gurudeenverma198
विलोमात्मक प्रभाव~
विलोमात्मक प्रभाव~
दिनेश एल० "जैहिंद"
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
Dr MusafiR BaithA
*सबसे अच्छे मूर्ख हैं, जग से बेपरवाह (हास्य कुंडलिया)*
*सबसे अच्छे मूर्ख हैं, जग से बेपरवाह (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"परिवर्तन के कारक"
Dr. Kishan tandon kranti
G27
G27
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मुश्किल है बहुत
मुश्किल है बहुत
Dr fauzia Naseem shad
विद्रोही
विद्रोही
Shekhar Chandra Mitra
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"नींद की तलाश"
Pushpraj Anant
3000.*पूर्णिका*
3000.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*॥ ॐ नमः शिवाय ॥*
*॥ ॐ नमः शिवाय ॥*
Radhakishan R. Mundhra
"श्रृंगारिका"
Ekta chitrangini
संभव कब है देखना ,
संभव कब है देखना ,
sushil sarna
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
Shweta Soni
#हमारे_सरोकार
#हमारे_सरोकार
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
नेताम आर सी
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
Sukoon
कांटों में क्यूं पनाह दी
कांटों में क्यूं पनाह दी
Surinder blackpen
Loading...