Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2017 · 1 min read

अभिव्यक्ति

कुछ मौन होती अभिव्यक्ति जो
आज स्मरण हो आयी मानस में
ताजी बर्फ में चीनी घोल खाना
हथेली में बर्फ देर तक रखने में
रिकार्ड तोड़ने की अजब शान
कहां हो तुम मेरे बचपन अज्ञान ।।।

चुपके से किसी की पीठ में बर्फ दे
भाग जाना और काका का बर्फ में
फिसल झटके से उठने का गुमान
हमारी हंसी को रोकने की कोशिश
दनादन फिसलते बने फिर अनजान
कहां हो तुम मेरे बचपन अज्ञान ।।।।

बर्फीले गोलों की मार से बचते हुऐ
भीगे भीगे डरे से घर को लौटते हुऐ
प्रेम की नर्म झिडकीयों में गर्म होते
चावल भात में सिकती ठंडी उंगलियां
वो रूई की रजाईयां व बोर्ड के इम्तहान
कहां हो तुम मेरे बचपन अज्ञान ।।।

कभी सगड़ के कोयलों में ईजा सरसों
के गर्म तेल में मोम के घोल से तर करती
हमारे फटे लाल गाल, वो तपिश भरे
अहसास जिंदा हैं अभिव्यक्ति को
कहां हो तुम मेरे बचपन अज्ञान ।।।।

डायरी का पन्ना
नीलम नवीन “नील”
देहरादून 7/1/17

Language: Hindi
433 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
कलम वो तलवार है ,
कलम वो तलवार है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कितना बदल रहे हैं हम
कितना बदल रहे हैं हम
Dr fauzia Naseem shad
किसी से मत कहना
किसी से मत कहना
Dr.Pratibha Prakash
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
Anil Mishra Prahari
दैनिक जीवन में सब का तू, कर सम्मान
दैनिक जीवन में सब का तू, कर सम्मान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कछुआ और खरगोश
कछुआ और खरगोश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गीत
गीत
Shiva Awasthi
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
#यादों_का_झरोखा
#यादों_का_झरोखा
*Author प्रणय प्रभात*
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"आज का विचार"
Radhakishan R. Mundhra
ये आकांक्षाओं की श्रृंखला।
ये आकांक्षाओं की श्रृंखला।
Manisha Manjari
रिश्तों में परीवार
रिश्तों में परीवार
Anil chobisa
"श्रृंगारिका"
Ekta chitrangini
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
Ashok Sharma
देशभक्त
देशभक्त
Shekhar Chandra Mitra
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अंकों की भाषा
अंकों की भाषा
Dr. Kishan tandon kranti
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
2509.पूर्णिका
2509.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
याद तो हैं ना.…...
याद तो हैं ना.…...
Dr Manju Saini
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
Pramila sultan
हाथ की उंगली😭
हाथ की उंगली😭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शतरंज
शतरंज
भवेश
*मीठे बोल*
*मीठे बोल*
Poonam Matia
Loading...