अनमोल इक उपहार
आज के ही दिन बदल मेरा गया संसार था
गोद में मुझको मिला अनमोल इक उपहार था
ज़िन्दगी की थी बड़ी शुभ औ सुहानी वो घड़ी
घर तेरी किलकारियों से ही हुआ गुलज़ार था
डॉ अर्चना गुप्ता
आज के ही दिन बदल मेरा गया संसार था
गोद में मुझको मिला अनमोल इक उपहार था
ज़िन्दगी की थी बड़ी शुभ औ सुहानी वो घड़ी
घर तेरी किलकारियों से ही हुआ गुलज़ार था
डॉ अर्चना गुप्ता