Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2017 · 1 min read

अभिनय…….

बचपन में परियों की कहानी सुनते थे…
जब भी बच्चे को सुलाते थे…
बोलते थे की सो जा ….
सपने में परी देश से परी आएगी…
सुन्दर सुन्दर खिलोने लाएगी…
सुन्दर से पंखों पे हो सवार….
तुमको भी उडा ले जायेगी….
परी देश से परी आएगी….

पर वो सपने में सपने की तरह परी का आना…
सच में सुन्दर सा सपना ही था…
परी तो आज भी आती है….
पर किसी को अपनाना नहीं आता…
कुछ तो जन्म से पहले ही मार दी जाती हैं…
किसी के पंखों को काटके लहूलुहान किया जाता है…
सब के सामने….
पता नहीं परी की सुंदरता दोषी है या सपना दोषी…
या हमारा विकृत होता मन…
या कि वो दौर और ही था…जब परियों का आना सुखद रहा होगा…
सब के सब चिंतन…मंथन में व्यस्त हो जाते हैं…
कुछ देर को सब मौन हो जाते हैं….
शान्ति के लिए…

फिर एक परी लहूलुहान होती है…
फिर सब नाटक होता है…
फिर हम सब नाटक में पात्र बन…
अपना अपना अभिनय करते हैं….
और फिर अभिनय पर पुरूस्कार मिलते हैं…

परी….खो जाती है…
अभिनय नहीं है न वो…
जो याद रखी जाए….
और स्वागत किया जाए…
है ना….
\
/सी.एम्. शर्मा

Language: Hindi
546 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from CM Sharma
View all
You may also like:
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
*Author प्रणय प्रभात*
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
पिता बनाम बाप
पिता बनाम बाप
Sandeep Pande
वक्त यदि गुजर जाए तो 🧭
वक्त यदि गुजर जाए तो 🧭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुस्कुरा दो ज़रा
मुस्कुरा दो ज़रा
Dhriti Mishra
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
दुष्यन्त 'बाबा'
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
मैं तो महज आईना हूँ
मैं तो महज आईना हूँ
VINOD CHAUHAN
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
दिनांक - २१/५/२०२३
दिनांक - २१/५/२०२३
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आंखों में
आंखों में
Surinder blackpen
आदिपुरुष समीक्षा
आदिपुरुष समीक्षा
Dr.Archannaa Mishraa
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kumar lalit
💐प्रेम कौतुक-536💐
💐प्रेम कौतुक-536💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दर्द-ए-सितम
दर्द-ए-सितम
Dr. Sunita Singh
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
Neeraj Agarwal
23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
दूध बन जाता है पानी
दूध बन जाता है पानी
कवि दीपक बवेजा
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
Harminder Kaur
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
Ravi Prakash
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
पूर्वार्थ
"बादल"
Dr. Kishan tandon kranti
तोता और इंसान
तोता और इंसान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सूरज दादा ड्यूटी पर
सूरज दादा ड्यूटी पर
डॉ. शिव लहरी
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
दिल लगाएं भगवान में
दिल लगाएं भगवान में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...