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1 Mar 2019 · 1 min read

अभिनन्दन

काट कर ले जाते थे, सरहिन्द से जो सर कभी,
उस ज़मी से वीर जिंदा, हिन्द का अब आ रहा है,
वक्त बदला देश बदला, खोल आंखे देख पाकी,
कैसे नामुमकिन को, मुमकीन में बदला जा रहा है!

??जय हिंद??
@©® पाण्डेय चिदानंद “चिद्रूप”

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 366 Views
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