Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2018 · 1 min read

अभागिन

विधवा हुई है तू
तोड़ दे सब सब
चूड़ियाँ
दादी ने साफ़ कह दिया था

पोंछ दे सिंदूर,माथे की बिंदिया
बता रहीं थीं
माँ, बुआ और
पड़ोस की विधवा
मौसी सास

सामने मत पड़ना
किसी शुभ कार्य में
सारे कर्तव्य सिखा रहीं थीं
मोहल्ले भर की औरतें

बदनसीब है बेचारी
दो बरस ही
सुख भोग पायी पति का
फेफड़े गल गए थे
शराब के कारण
सारी सखियाँ
दुःख जता रहीं थीं

अभागी है तू
डोली आयी है यहाँ तेरी
तो
अर्थी भी जाएगी यहीं से
पूरे घर की सेवा करना
शायद सुधर जाए
अगला जन्म
अम्मा दे रहीं थी
अंतिम सीख

चुभ रहा था
पिसा काँच कानों में
चाची की टूटती
हरी चूड़ियों से निकल कर
हवाओं में जो घुल गया था

पूरे प्रकरण में
कहीं पुरुष न था

Language: Hindi
501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
✍️माँ ✍️
✍️माँ ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हकीकत उनमें नहीं कुछ
हकीकत उनमें नहीं कुछ
gurudeenverma198
उगते विचार.........
उगते विचार.........
विमला महरिया मौज
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
घर में बचा न एका।
घर में बचा न एका।
*Author प्रणय प्रभात*
बिताया कीजिए कुछ वक्त
बिताया कीजिए कुछ वक्त
पूर्वार्थ
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी
Surinder blackpen
ईश्वर से शिकायत क्यों...
ईश्वर से शिकायत क्यों...
Radhakishan R. Mundhra
उर्दू
उर्दू
Shekhar Chandra Mitra
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जाग गया है हिन्दुस्तान
जाग गया है हिन्दुस्तान
Bodhisatva kastooriya
मेरे मरने के बाद
मेरे मरने के बाद
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चलते चलते
चलते चलते
ruby kumari
ঈশ্বর কে
ঈশ্বর কে
Otteri Selvakumar
Behaviour of your relatives..
Behaviour of your relatives..
Suryash Gupta
हिंदी दोहा शब्द - भेद
हिंदी दोहा शब्द - भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गांधी से परिचर्चा
गांधी से परिचर्चा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
अब कहां वो प्यार की रानाइयां।
अब कहां वो प्यार की रानाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
नेताम आर सी
कन्या पूजन
कन्या पूजन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फितरत इंसान की....
फितरत इंसान की....
Tarun Singh Pawar
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
Rj Anand Prajapati
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
Loading...