Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2019 · 1 min read

अब मतदान की बारी है

थमा प्रचार, हुआ बंद शोरगुल
हुई शुरू महापर्व ,की तैयारी है
चल मतदाता, काम सब छोड़ो
सबसे पहले अब,मतदान की बारी है

न किसी दबाव मे आना तुम
स्वाभिमान, स्वयं का ,जगाना तुम
है लोकतन्त्र को ,सुद्रंढ़ बनाना
इसमे अपना फर्ज निभाना तुम
बात ये ,भूल न जाना तुम
जाति-धर्म सब कर परे ,प्रतिनिधि
अव्वल ,चुनने की अब बारी है
चल मतदाता,काम सब छोड़ो
सबसे पहले अब……..

अपने संग सबको जगाना तुम
महत्व ,मतदान का बताना तुम
जो नासमझ,अंजान है इससे
बार बार उसको समझाना तुम
सही समय, सही मत से,सही व्यक्ति को
चुनना, जिम्मेदारी हमारी है
चल मतदाता, काम सब छोड़ो
सबसे पहले अब….

भीड़-भाड़ से न घबराना तुम
शांति भाव से, वोट निपटाना तुम
घर,आस-पड़ोस, जो बड़े-बुजुर्ग हो
उनकी लाठी बन जाना.तुम
मतदान केंद्र, तक पहुंचाना तुम

उच्च शिक्षा, नित्य उच्च विचार
जिसको प्रिय हो,जन से भाई-चार
ऐसे महान व्यक्तित्व को,लोकतंत्र मे लाने की महामारी है
चल मतदाता,काम सब छोड़ो
सबसे पहले अब.,मतदान की बारी है

विधि,नीति-निधान, राष्ट्रभक्ति, सर्वोपरि हो
फिर सद आचरण,उसकी शुरुरी हो
भ्रष्टाचार, शिक्षा, बेरोजगारी, महंगाई, को दुर करे
सर्वधर्म समभाव,सम-न्याय ,को जिसकी मंजूरी हो
जन जन की वो बात सुने,मुश्किल को पल मे चुने(,हटाना)
सरस मिठास जिसकी ,जिव्हा की कस्तूरी हो

ऐसे प्रतिनिधित्व को बीच हमारे, लाने की बस खुमारी है
चल मतदाता, काम सब छोड़, सबसे पहले मतदान की बारी है।

रेखा कापसे
होशंगाबाद, (म.प्र.)

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दर्पण
दर्पण
लक्ष्मी सिंह
हादसे
हादसे
Shyam Sundar Subramanian
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
Rj Anand Prajapati
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
2806. *पूर्णिका*
2806. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
हर मुश्किल फिर आसां होगी।
हर मुश्किल फिर आसां होगी।
Taj Mohammad
मनांतर🙏
मनांतर🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*रामपुर के पाँच पुराने कवि*
*रामपुर के पाँच पुराने कवि*
Ravi Prakash
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
करारा नोट
करारा नोट
Punam Pande
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
अगर एक बार तुम आ जाते
अगर एक बार तुम आ जाते
Ram Krishan Rastogi
भ्रात प्रेम का रूप है,
भ्रात प्रेम का रूप है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
मैं दौड़ता रहा तमाम उम्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
■ मुक्तक
■ मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
कैसे यकीन करेगा कोई,
कैसे यकीन करेगा कोई,
Dr. Man Mohan Krishna
आइना अपने दिल का साफ़ किया
आइना अपने दिल का साफ़ किया
Anis Shah
मोहब्बत
मोहब्बत
AVINASH (Avi...) MEHRA
कितने दिलों को तोड़ती है कमबख्त फरवरी
कितने दिलों को तोड़ती है कमबख्त फरवरी
Vivek Pandey
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
Satish Srijan
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*मिट्टी की वेदना*
*मिट्टी की वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मां बनी मम्मी"
पंकज कुमार कर्ण
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अपने साथ तो सब अपना है
अपने साथ तो सब अपना है
Dheerja Sharma
Loading...