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27 Mar 2018 · 1 min read

अब तक जिसने भी लिखी,राम कथा निस्वार्थ,

अब तक जिसने भी लिखी,राम कथा निस्वार्थ,
पाया उसने परम पद, हुआ यही चरितार्थ l
तन्त्र मन्त्र सब व्यर्थ हैं, राम भजन है सार,
करके तो देखो स्वयम, पाओ स्वच्छ विचार l

Language: Hindi
426 Views
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