Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2017 · 1 min read

अब उस बेवफ़ा से दिल क्या लगाना

अब उस बेवफ़ा से दिल क्या लगाना
जो ना हो अपना उसे अपना क्या बताना

अब वफाएं तो बीते जमाने की बात है
आज अपनों को भी अपना क्या बताना

किस्से दब गए सारे पुरानी बंद किताबों में
नयी किताबों में उन्हें लिखकर क्या बताना

जंग लगा गया इंसानों के बीच रिश्तो में
जंग हटाकर रिश्तों से नया क्या बताना

लिखते तो सब है दर्द दुनिया का गजलों में
उस किताबी दर्द को अपना क्या बताना

है मशहूर शायर बहोत गजलों की दुनिया में
सबको ग़ालिब जैसा मशहूर क्या बताना

भूपेंद्र रावत
29/12/2017

1 Like · 425 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
Dr MusafiR BaithA
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
मझधार
मझधार
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
माह सितंबर
माह सितंबर
Harish Chandra Pande
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
Dr Manju Saini
इश्क वो गुनाह है
इश्क वो गुनाह है
Surinder blackpen
शेष
शेष
Dr.Priya Soni Khare
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
Ranjeet kumar patre
मेरी प्यारी कविता
मेरी प्यारी कविता
Ms.Ankit Halke jha
झूठ न इतना बोलिए
झूठ न इतना बोलिए
Paras Nath Jha
अपने दिल की कोई जरा,
अपने दिल की कोई जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
Taj Mohammad
नेहा सिंह राठौर
नेहा सिंह राठौर
Shekhar Chandra Mitra
स्त्री
स्त्री
Dr fauzia Naseem shad
"वर्तमान"
Dr. Kishan tandon kranti
मन से हरो दर्प औ अभिमान
मन से हरो दर्प औ अभिमान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🙅दद्दू कहिन🙅
🙅दद्दू कहिन🙅
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बरखा रानी
बरखा रानी
लक्ष्मी सिंह
लोग जाम पीना सीखते हैं
लोग जाम पीना सीखते हैं
Satish Srijan
मैं  नहीं   हो  सका,   आपका  आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
*स्वर्ग तुल्य सुन्दर सा है परिवार हमारा*
*स्वर्ग तुल्य सुन्दर सा है परिवार हमारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी
उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी
'अशांत' शेखर
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
Rj Anand Prajapati
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...