अपनों से दूर दुबई से
ये दूरियां मजबूरियां फसाने तो है,
संघर्ष भरी जिंदगी से जमाने से तो हैं
चाहे रहो पसीने से लथपथ
या हो आंखों में आंसुओं की दस्तक,
दिखावटी ही सही तुम्हें अपनों के लिए मुस्कुराने तो है।
संघर्ष भरी जिंदगी से जमाने से तो है।
ये दूरियां मजबूरियां फसाने तो है,
संघर्ष भरी जिंदगी से जमाने से तो हैं
चाहे रहो पसीने से लथपथ
या हो आंखों में आंसुओं की दस्तक,
दिखावटी ही सही तुम्हें अपनों के लिए मुस्कुराने तो है।
संघर्ष भरी जिंदगी से जमाने से तो है।