Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2016 · 1 min read

अपने अंदर बसे रावण को जलाते हैं

चलो इस बार कुछ ऐसा दशहरा मनाते हैं,
बस अपने अंदर बसे रावण को जलाते हैं।

अहंकार ही थी उसकी सबसे बड़ी बुराई,
चलो इस अहंकार को जलाकर आते हैं।

पुतले हर बार जला लिये हमने रावण के,
इस बार उसकी अच्छाइयों को अपनाते हैं।

उसके जैसी भक्ति करने का प्रण लेते हैं,
सच्चे मन से उस परमात्मा को ध्याते हैं।

अपनी बहन की रक्षा का वचन लेते हैं,
करके प्रयास कोख में मरने से बचाते हैं।

फैसले पर अडिग रहना सीखें रावण से,
खुद को रावण सा दृढ़ निश्चयी बनाते हैं।

अपनाएं हर एक अच्छाई उस रावण की,
आओ उस विद्वान के मिलकर गुण गाते हैं।

रावण के पुतले को नहीं बुराइयों को जलाएंगे,
सुलक्षणा आज हम मिलकर ये कसम ख़ाते हैं।

©® डॉ सुलक्षणा अहलावत

1 Like · 466 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
Anand Kumar
मुहब्बत हुयी थी
मुहब्बत हुयी थी
shabina. Naaz
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
शिव वंदना
शिव वंदना
ओंकार मिश्र
"कैफियत"
Dr. Kishan tandon kranti
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
फोन:-एक श्रृंगार
फोन:-एक श्रृंगार
पूर्वार्थ
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
ओस की बूंद
ओस की बूंद
RAKESH RAKESH
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
Ravi Prakash
आज का रावण
आज का रावण
Sanjay ' शून्य'
संकट मोचन हनुमान जी
संकट मोचन हनुमान जी
Neeraj Agarwal
भारत मे शिक्षा
भारत मे शिक्षा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो आये और देख कर जाने लगे
वो आये और देख कर जाने लगे
Surinder blackpen
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
Ranjeet kumar patre
दिल की बातें....
दिल की बातें....
Kavita Chouhan
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-318💐
💐प्रेम कौतुक-318💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ना होगी खता ऐसी फिर
ना होगी खता ऐसी फिर
gurudeenverma198
पल
पल
Sangeeta Beniwal
नर को न कभी कार्य बिना
नर को न कभी कार्य बिना
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
!! शब्द !!
!! शब्द !!
Akash Yadav
5 हाइकु
5 हाइकु
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
लिख / MUSAFIR BAITHA
लिख / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हाशिए के लोग
हाशिए के लोग
Shekhar Chandra Mitra
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
"ईश्वर की गति"
Ashokatv
ढोंगी बाबा
ढोंगी बाबा
Kanchan Khanna
"दोस्त-दोस्ती और पल"
Lohit Tamta
Loading...