Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Sep 2021 · 1 min read

अपनी निबेड़ तू

अपनी सिली जाती नही मत औरों की उधेड़ तू
तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू

धंधे काले है या सफेद उसके वो जाने उसका काम
तू अपना दिल साफ रख ठुकी कील को ना उखेड़ तू
तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू

जितनी ताका झांकी करेगा दुख उतना सताएगा
किसी की चिलमन का पर्दा हटा मत किसी को छेड़ तू
तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू

एक तरफ कुआं है एक तरफ खाई तू सीधा चल
पाँव में तेरी कांटें चुभे राह के सिर्फ उनको उखेड़ तू
तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू

किसी की फटी में टांग अड़ाना गर तू छोड़ देगा
किसी की तरक्की से खुद को जलाना गर तू छोड़ देगा
जिंदगी तेरी बन जाएगी स्वर्ग से भी बेहतर
वर्ना दुनिया के कीचड़ में फंस अपना माथा तू फोड़ लेगा

इसलिए

अपनी सिली जाती नही मत औरों की उधेड़ तू
तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू

वीर कुमार जैन
12 सितंबर 2021

2 Likes · 2 Comments · 417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरे इश्क़ में
तेरे इश्क़ में
Gouri tiwari
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
Vinod Patel
हिचकियां
हिचकियां
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
धुवाँ (SMOKE)
धुवाँ (SMOKE)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हिन्दी दोहा- मीन-मेख
हिन्दी दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
युवा हृदय सम्राट : स्वामी विवेकानंद
युवा हृदय सम्राट : स्वामी विवेकानंद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
Rj Anand Prajapati
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
Ravi Prakash
ना देखा कोई मुहूर्त,
ना देखा कोई मुहूर्त,
आचार्य वृन्दान्त
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
चाहे हमको करो नहीं प्यार, चाहे करो हमसे नफ़रत
चाहे हमको करो नहीं प्यार, चाहे करो हमसे नफ़रत
gurudeenverma198
समझा दिया है वक़्त ने
समझा दिया है वक़्त ने
Dr fauzia Naseem shad
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
कवि दीपक बवेजा
जाने कहां गई वो बातें
जाने कहां गई वो बातें
Suryakant Dwivedi
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यार के सिलसिले
प्यार के सिलसिले
Basant Bhagawan Roy
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
हमें आशिकी है।
हमें आशिकी है।
Taj Mohammad
"दुबराज"
Dr. Kishan tandon kranti
■सीखने योग्य■
■सीखने योग्य■
*Author प्रणय प्रभात*
// जनक छन्द //
// जनक छन्द //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
সিগারেট নেশা ছিল না
সিগারেট নেশা ছিল না
Sakhawat Jisan
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
गंगा ....
गंगा ....
sushil sarna
पेंशन
पेंशन
Sanjay ' शून्य'
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
गाँधी जयंती
गाँधी जयंती
Surya Barman
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
💐अज्ञात के प्रति-74💐
💐अज्ञात के प्रति-74💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...