Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2016 · 1 min read

अन्तर

लघुकथा
अन्तर

*अनिल शूर आज़ाद

आज वह बहुत खुश था। थोड़ी देर पहले गार्डन में प्रेयसी से हुई मुलाकात की मधुर यादें उसे रह रहकर पुलकित कर रही थी। विशेषकर उसकी खरे सोने-सी खनखनाती हंसी पर तो..वह लट्टू था।
एक फ़िल्मी गीत गुनगुनाते वह घर में घुसा ही था कि बहन के सहपाठी राजीव को ड्राइंगरूम में देखकर उसका मूड उखड़ गया। अपनी बहन को हंसकर बात करते पाकर तो उसका खून खौलने लगा।
राजीव के निकलते ही वह बहन पर बुरी तरह चिल्ला रहा था “कैसे बेशर्मों की तरह दांत फाड़ रही थी..भले घरों की लड़कियां ऐसी होती हैं क्या..”

Language: Hindi
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आसमान पर बादल छाए हैं
आसमान पर बादल छाए हैं
Neeraj Agarwal
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
shabina. Naaz
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
दोहा
दोहा
sushil sarna
चोर
चोर
Shyam Sundar Subramanian
' चाह मेँ ही राह '
' चाह मेँ ही राह '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जय अम्बे
जय अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किस्मत भी न जाने क्यों...
किस्मत भी न जाने क्यों...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खंडहर में अब खोज रहे ।
खंडहर में अब खोज रहे ।
Buddha Prakash
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
11. एक उम्र
11. एक उम्र
Rajeev Dutta
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
बरसात (विरह)
बरसात (विरह)
लक्ष्मी सिंह
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
23/13.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/13.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सागर की ओर
सागर की ओर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
gurudeenverma198
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
Arvind trivedi
मशीन कलाकार
मशीन कलाकार
Harish Chandra Pande
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
Ashwini sharma
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*पर्वत से दृढ़ तुम पिता, वंदन है शत बार (कुंडलिया)*
*पर्वत से दृढ़ तुम पिता, वंदन है शत बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पनघट और पगडंडी
पनघट और पगडंडी
Punam Pande
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तोल मोल के बोलो वचन ,
तोल मोल के बोलो वचन ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सुकरात के शागिर्द
सुकरात के शागिर्द
Shekhar Chandra Mitra
याराना
याराना
Skanda Joshi
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
Pravesh Shinde
Loading...