Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2020 · 1 min read

अनमोल

अनमोल

1.न बिक सकते बाज़ार
न मिल सकते ख़रीदार
रिश्तों का नहीं कोई तोल
रिश्ते होते है अनमोल

2.रिश्तों की क़ीमत नहीं होती
ये अनमोल होते है

3.सर्वथा सोच समझ कर बोल
क्योंकि वाणी होती है अनमोल

4इस रिश्ते को तराज़ू में न तोल
तेरा मेरा बंधन है अनमोल

5.अनमोल है ये चाँद तारे
अनमोल सागर के किनारे
मिट्टी की ख़ुशबू अनमोल
अनमोल हवा के मीठे बोल

6.माँ की ममता
पिता का दुलार
क्यूँ लगाते मोल
ये रिश्ते है अनमोल

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
sushil sarna
घना अंधेरा
घना अंधेरा
Shekhar Chandra Mitra
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
चाहने वाले कम हो जाए तो चलेगा...।
चाहने वाले कम हो जाए तो चलेगा...।
Maier Rajesh Kumar Yadav
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
Rj Anand Prajapati
सच तो ये भी है
सच तो ये भी है
शेखर सिंह
मिलन
मिलन
Bodhisatva kastooriya
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
Umender kumar
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका  आकार बदल  जाता ह
जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका आकार बदल जाता ह
Jitendra kumar
#जीवन_का_सार...
#जीवन_का_सार...
*Author प्रणय प्रभात*
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ Rãthí
मधुमय फागुन क्या करे,प्रियतम बिना उदास(कुंडलिया)
मधुमय फागुन क्या करे,प्रियतम बिना उदास(कुंडलिया)
Ravi Prakash
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
Rashmi Sanjay
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
ओसमणी साहू 'ओश'
जीत मनु-विधान की / मुसाफ़िर बैठा
जीत मनु-विधान की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
महक कहां बचती है
महक कहां बचती है
Surinder blackpen
जागो जागो तुम सरकार
जागो जागो तुम सरकार
gurudeenverma198
"इस्राइल -गाज़ा युध्य
DrLakshman Jha Parimal
तबकी  बात  और है,
तबकी बात और है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैंने इन आंखों से गरीबी को रोते देखा है ।
मैंने इन आंखों से गरीबी को रोते देखा है ।
Phool gufran
रोशन
रोशन
अंजनीत निज्जर
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
Satish Srijan
दास्तां
दास्तां
umesh mehra
पुलवामा शहीद दिवस
पुलवामा शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
2677.*पूर्णिका*
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-311💐
💐प्रेम कौतुक-311💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...