Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2020 · 2 min read

अनजान सफर

“जा री चंदू ड़ी। सब्ज़ी मंडी में से साग बीन कर ला। हाथ पैरों में जंग लगा है क्या चल उठ।”
छगनी ने चंदा को दुत्कारा। आज कोई नयी बात नहीं। यह तो रोज़ का नियम है सौतेली माँ छगनी से फटकार खाना। इसके बिना तो जैसे चंदा का दिन ही पूरा न हो। डाँट खाकर दुखी मन से वह सब्ज़ी मंडी की ओर चल पड़ी। वह वहाँ जाना न चाहती थी, कारण था कालू की घृणित निगाहें और जीभ को होंठों पर फिरा- फिरा कर कुटिल मुस्कान बिखेरना। कितना असहनीय होता है सब कुछ उसके लिए। और उस दिन तो गजब……
वह जमीन न पर गिरी सब्जियां समेट रही थी कि पीछे से किसी ने कलाई पकड़ ली।
पीछे मुड़ कर देखा तो कालू खींसे निपोरते हुए हँस रहा था। बोला-“” क्यों मारी- मारी फिरती है चंदा रानी। मुझसे रोजाना यूँ ही ताजा सब्जी ले जाया कर। एक बार आ तो सही मेरी दुकान पर।”
पर यह सब दुख वह कहे किससे…….
उस छगनी से जो सौतेली माता के रूप में उसे तनिक भी पसन्द नहीं करती।
या अपने बापू दीन्या से जो पहली पत्नी के मरते ही सात दिन के भीतर दूसरी औरत ले आया। बेटी को तो उसी दिन से भूल चुका था वह।
माँ बहुत याद आ रही थी उसे। अकेले में आंसुओं से भीगे चेहरे को पोंछकर झट उठ खड़ी हुई वह। कहीं नयी माँ ने देख भर लिया फिर तो रात को बापू से ठुकवाएगी।

आज याद आ रही हैं उसे कनु दी।
एक बार आई थीं अपनी टीम के साथ शहर से। पाठशाला में उन्होंने कहा था कि इसलिए न घबराएँ कि वे लड़की हैं। माँ दुर्गा भी एक लड़की थीं। लड़कियाँ शक्ति का स्वरूप होती हैं। यदि अपने भीतर यह शक्ति महसूस करोगी तो कोई मानव रूपी असुर तुम्हारे रोंएं को भी नहीं छू सकता। हम लड़कियों को कभी हताश नहीं होना चाहिए। यदि कोई बच्ची चाहे अपना दुख हम से कह कर हमारी मदद भी ले सकती है और तो हमारी शक्ति टीम के लिए काम भी कर सकती है।

…… और चंदा ने दुर्गा का रूप ले कर आज शक्ति टीम का हिस्सा बनने के लिए कदम बढ़ा दिए एक अनजान सफर की ओर।

रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 362 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
You have to commit yourself to achieving the dreams that you
You have to commit yourself to achieving the dreams that you
पूर्वार्थ
*****सूरज न निकला*****
*****सूरज न निकला*****
Kavita Chouhan
खुशियाँ
खुशियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास।
माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
*पानी व्यर्थ न गंवाओ*
*पानी व्यर्थ न गंवाओ*
Dushyant Kumar
Ram Mandir
Ram Mandir
Sanjay ' शून्य'
मुबहम हो राह
मुबहम हो राह
Satish Srijan
रमेशराज के 7 मुक्तक
रमेशराज के 7 मुक्तक
कवि रमेशराज
ईश्वर की कृपा दृष्टि व बड़े बुजुर्ग के आशीर्वाद स्वजनों की द
ईश्वर की कृपा दृष्टि व बड़े बुजुर्ग के आशीर्वाद स्वजनों की द
Shashi kala vyas
जय जय हिन्दी
जय जय हिन्दी
gurudeenverma198
बातें की बहुत की तुझसे,
बातें की बहुत की तुझसे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
गलतियों को स्वीकार कर सुधार कर लेना ही सर्वोत्तम विकल्प है।
गलतियों को स्वीकार कर सुधार कर लेना ही सर्वोत्तम विकल्प है।
Paras Nath Jha
हार जाते हैं
हार जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
2588.पूर्णिका
2588.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
Dr MusafiR BaithA
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
manjula chauhan
"कुछ लोगों के पाश
*Author प्रणय प्रभात*
सौतियाडाह
सौतियाडाह
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
"बचपन"
Tanveer Chouhan
जाते निर्धन भी धनी, जग से साहूकार (कुंडलियां)
जाते निर्धन भी धनी, जग से साहूकार (कुंडलियां)
Ravi Prakash
नशा
नशा
Mamta Rani
Preparation is
Preparation is
Dhriti Mishra
-- फिर हो गयी हत्या --
-- फिर हो गयी हत्या --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...