Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jan 2017 · 1 min read

“अगले जनम मोहे बिटिया न देना” ?

माँ बहुत दर्द सह कर,
बहुत दर्द दे कर,
तुझसे कुछ कह कर मैं जा रही हूँ।

आज मेरी विदाई में जब सखियाँ मिलने आएंगी,
सफ़ेद जोड़े में लिपटी देख सिसक सिसक मर जाएँगी,
लड़की होने का खुद पे,फिर वो अफ़सोस जताएंगी।
माँ तू उनसे इतना कह देना,
दरिंदो की दुनिया में संभल कर रहना…..

माँ राखी पर जब भैया की कलाई सूनी रह जाएगी,
याद मुझे कर कर जब उनकी आँख भर आएगी,
तिलक माथे पर करने को, माँ रूह भी मेरी मचल जाएगी,
माँ तू भैया को रोने न देना,
मैं साथ हूँ हर पल उनसे कह देना….

माँ पापा भी छुप छुप कर बहुत रोयेंगे,
मैं कुछ न कर पाया, ये कह के खुद को कोसेंगे,
माँ दर्द उन्हें ये होने न देना,
वो अभिमान है मेरा,सम्मान है मेरा,
तू उनसे इतना कह देना…..

माँ तेरे लिए अब क्या कहूँ,
दर्द को तेरे,शब्दों में कैसे बाँधूं???
फिर से जीने का मौका कैसे मांगू???
माँ लोग तुझे सतायेंगे,
मुझे आज़ादी देने का,तुझ पे इलज़ाम लगाएंगे,
माँ सब सह लेना पर ये न कहना,
“अगले जनम मुझे बिटिया न देना”

“इंदु रिंकी वर्मा”

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
তুমি সমুদ্রের তীর
তুমি সমুদ্রের তীর
Sakhawat Jisan
*तितली (बाल कविता)*
*तितली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
AJAY PRASAD
युवा
युवा
Akshay patel
2322.पूर्णिका
2322.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आपका दु:ख किसी की
आपका दु:ख किसी की
Aarti sirsat
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
श्याम सिंह बिष्ट
वरदान है बेटी💐
वरदान है बेटी💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बारिश में नहा कर
बारिश में नहा कर
A🇨🇭maanush
पति
पति
लक्ष्मी सिंह
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
यदि सफलता चाहते हो तो सफल लोगों के दिखाए और बताए रास्ते पर च
यदि सफलता चाहते हो तो सफल लोगों के दिखाए और बताए रास्ते पर च
dks.lhp
ए दिल मत घबरा
ए दिल मत घबरा
Harminder Kaur
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
अपनी नज़र में
अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
स्त्री मन
स्त्री मन
Surinder blackpen
नहीं जा सकता....
नहीं जा सकता....
Srishty Bansal
गुमनाम राही
गुमनाम राही
AMRESH KUMAR VERMA
चलो दूर चले
चलो दूर चले
Satish Srijan
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
*हूँ कौन मैं*
*हूँ कौन मैं*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
कान्हा प्रीति बँध चली,
कान्हा प्रीति बँध चली,
Neelam Sharma
Loading...