Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2017 · 1 min read

अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है……

अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है
खुद पत्ता जैसे शाख से टूट जाते है
पढने-लिखने से ज़माने की समझ मिलती है
लेकिन पढ़ते-लिखते ही सनम दिल लूट जाते है।
(अवनीश कुमार)

Language: Hindi
271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"रंग और पतंग"
Dr. Kishan tandon kranti
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी  का,
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी का,
Yogendra Chaturwedi
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
Shekhar Chandra Mitra
ये, जो बुरा वक्त आता है ना,
ये, जो बुरा वक्त आता है ना,
Sandeep Mishra
प्रभो वरदान दो हमको, हमेशा स्वस्थ रहने का (मुक्तक)
प्रभो वरदान दो हमको, हमेशा स्वस्थ रहने का (मुक्तक)
Ravi Prakash
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हिंदी दोहा शब्द - भेद
हिंदी दोहा शब्द - भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
नारी का अस्तित्व
नारी का अस्तित्व
रेखा कापसे
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सूखी नहर
सूखी नहर
मनोज कर्ण
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मत पूछो मुझ पर  क्या , क्या  गुजर रही
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही
श्याम सिंह बिष्ट
स्वर्ग से सुन्दर
स्वर्ग से सुन्दर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
Surinder blackpen
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
Shyam Sundar Subramanian
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
बाल कविता: चिड़िया आयी
बाल कविता: चिड़िया आयी
Rajesh Kumar Arjun
💐प्रेम कौतुक-539💐
💐प्रेम कौतुक-539💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
*जीवन का आधार है बेटी,
*जीवन का आधार है बेटी,
Shashi kala vyas
मेरे आदर्श मेरे पिता
मेरे आदर्श मेरे पिता
Dr. Man Mohan Krishna
छोटी सी प्रेम कहानी
छोटी सी प्रेम कहानी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भुला ना सका
भुला ना सका
Dr. Mulla Adam Ali
तुम आ जाओ एक बार.....
तुम आ जाओ एक बार.....
पूर्वार्थ
Loading...