अकबर है तू, अर्जमंद है तू
1.
अकबर है तू
अर्जमंद है तू
जी रहे हैं हम
इक तेरे करम से
2.
अजनबी न कहना हमको
ऐ मेरे खुदा
साख से जो पत्ता गिरता
वो भी इक तेरे करम से
1.
अकबर है तू
अर्जमंद है तू
जी रहे हैं हम
इक तेरे करम से
2.
अजनबी न कहना हमको
ऐ मेरे खुदा
साख से जो पत्ता गिरता
वो भी इक तेरे करम से