Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2021 · 1 min read

अंध आस्था और मायाजाल

मां, बापू और बाबा जी की ,
फैली लीला अपरम्पार है ।
तंत्र,मंत्र और जादू टोने का
ये सब इंद्रजाल है ।
सभ्य समाज में फैला,
अंध आस्था का मायाजाल है।
इसी अंध भक्ति से,
ये सब मालामाल है ।
कहत औरन से करो त्याग मोह माया, धन, सम्पत्ति का ,
तभी होत उद्दार है ।
उसी दान से झोली भरके ,
करते खुद के जीवन का उद्दार है ।
करत रंगमंच पर रासलीला और,
भक्तन संग झूला झूलत है।
रात्रि जागरण होता नाईट क्लबों में,
और भक्तन की गोदी में खेलत है ।
सत्ता की लोलुपता में ,
नेता-अभिनेता इनके चरण पडे़ है,
शासन के उच्चाधिकारी भी ,
अंध भक्ति में इनकी शरण गहे है ।
मां शब्द का कर अपमान,
कहती खुद को मां अवतारी है ।
फूहड़ नृत्य संगीत और परिधानों की,
ये कैसी लाचारी है ।
छल कपट के पायदान से,
कपटी बन बैठे संन्यासी है ।
संतों का वेश धरे ,
लालची, हत्यारे और व्याभिचारी है ।
कुछ ऐसे नकली बाबा,
करते धर्मात्माओं का अपमान है।
धर्म भक्ति की ओट में ,
चलाते अपनी दुकान है ।
बंद करो ऐसों की भक्ति,
जिनका धर्म का धंधा है।
शासन रोक सके न इनको,
क्योंकि यहां का कानून अंधा है।
जाग उठो सखा बंधु सब,
अब बेपर्दा इनको करना है। ।
बहुत हो गई मनमानी इनकी ,
अब तो इनको खदेड़ना है ।

डां. अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 1164 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ ।
मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ ।
Ashok deep
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
मां नही भूलती
मां नही भूलती
Anjana banda
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
शेखर सिंह
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
Dr Manju Saini
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
Paras Nath Jha
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
Man has only one other option in their life....
Man has only one other option in their life....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"डिब्बा बन्द"
Dr. Kishan tandon kranti
तू बस झूम…
तू बस झूम…
Rekha Drolia
💐प्रेम कौतुक-315💐
💐प्रेम कौतुक-315💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अजब गजब
अजब गजब
साहिल
*पानी केरा बुदबुदा*
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
Phool gufran
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
मैं अपनी आँख का ऐसा कोई एक ख्वाब हो जाऊँ
मैं अपनी आँख का ऐसा कोई एक ख्वाब हो जाऊँ
Shweta Soni
सूरज
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
■ नाकारों से क्या लगाव?
■ नाकारों से क्या लगाव?
*Author प्रणय प्रभात*
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रकृति और तुम
प्रकृति और तुम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
होली
होली
Dr Archana Gupta
लोकतंत्र का खेल
लोकतंत्र का खेल
Anil chobisa
संवेदनायें
संवेदनायें
Dr.Pratibha Prakash
जिस बस्ती मेंआग लगी है
जिस बस्ती मेंआग लगी है
Mahendra Narayan
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
*रिटायर हो गए तो कौन, साहिब कौन चपरासी (हास्य व्यंग्य मुक्तक
Ravi Prakash
जल संरक्षण बहुमूल्य
जल संरक्षण बहुमूल्य
Buddha Prakash
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
Loading...