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15 Feb 2021 · 1 min read

अंदाज़े बयाँ

अंदाज़े बयाँ

काबिल कर खुद को, कर न गुमां खुद पर
चार दिन की जिन्दगी , राहे – इंसानियत पर कर निसार

कुदरत से खेलने की जुर्रत न कर , ये वो एटम बम है
जब फटेगा तो कर देगा सब कुछ तहस – नहस एक ही पल में

गिरफ्तार जो होना है तो हो , उस खुदा की इबादत में गिरफ्तार
यही वो मुकाम है जो तुझे तेरे होने का एहसास करा देगा तुझको

उस खुदा की निगाह में चश्म – ओ – चिराग हो जा
ये वो एहसास है जिसका कोई मोल नहीं

जिन्दगी की जंग यूं ही नहीं हारना है तुझको
कुछ उपवन है करने रोशन , कुछ आशियाँ हैं करने रोशन तुझको

नाउम्मीदी जिन्दगी को जहन्नुम बना देती है
जिन्दगी जिन्दगी नहीं रहती , बोझ हो जाती है

गुमराह नहीं होना है , तुझको राहे – इबादत से
खुद को करना है बुलंद , बना लेना है खुदा का शागिर्द

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 193 Views
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