Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2021 · 1 min read

अंदाज़े – बयाँ

अंदाज़े – बयाँ

बेवजह बेसबब आँखें नम हो जाया नहीं करतीं
कभी ख़ुशी कभी गम के साए तले छलक जाती हैं ये

कभी रिश्तों की बज़्म जिन्दगी , कभी जीवन का उल्लास जिन्दगी
कभी ग़मों के साए में उलझती , कभी खुशियों का विस्तार जिन्दगी
आशियाने में हो हरियाली , दिलों में मुहब्बत जगा के रख
जिन्दगी में हो हरियाली , खुद को खुद से बचा के रख

मेरी आँखों का नम होना , मेरे ग़मों का सैलाब नहीं
कभी – कभी मेरे आंसू मेरे गम में मरहम हो जाया करते हैं

चोरी करने का शौक है तो किसी के गम चुरा के देख
तेरी जिन्दगी को नसीब होगा उस खुदा का करम

तेरी जिन्दगी में खुशियाँ तेरी जिन्दगी का मकसद हो जाएँ
किसी के गम तेरी जिन्दगी का मकसदे – इबादत हो जाए

किसी की राह में कांटे नहीं , फूल बिछाकर देखो
गीत इंतकाम के नहीं , मुहब्बत के गुनगुनाकर देखो

उन्हें मालूम ही न था , उनके जीने का सबब
इंसानियत की राह ने उन्हें मकसदे – जिन्दगी से कराया रूबरू

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 4 Comments · 218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
"रिश्ता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
कवि दीपक बवेजा
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Sakshi Tripathi
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
अयोग्य व्यक्ति द्वारा शासन
अयोग्य व्यक्ति द्वारा शासन
Paras Nath Jha
8) दिया दर्द वो
8) दिया दर्द वो
पूनम झा 'प्रथमा'
शुरुआत जरूरी है
शुरुआत जरूरी है
Shyam Pandey
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
चल विजय पथ
चल विजय पथ
Satish Srijan
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ लिखूँ ....!!!
कुछ लिखूँ ....!!!
Kanchan Khanna
अपनी गजब कहानी....
अपनी गजब कहानी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
■ एक होते हैं पराधीन और एक होते हैं स्वाधीन। एक को सांस तक ब
■ एक होते हैं पराधीन और एक होते हैं स्वाधीन। एक को सांस तक ब
*Author प्रणय प्रभात*
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
``बचपन```*
``बचपन```*
Naushaba Suriya
★उसकी यादों का साया★
★उसकी यादों का साया★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
"नेमतें"
Dr. Kishan tandon kranti
*राजा राम सिंह : रामपुर और मुरादाबाद के पितामह*
*राजा राम सिंह : रामपुर और मुरादाबाद के पितामह*
Ravi Prakash
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
AJAY AMITABH SUMAN
माचिस
माचिस
जय लगन कुमार हैप्पी
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
मन मुकुर
मन मुकुर
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वो अनुराग अनमोल एहसास
वो अनुराग अनमोल एहसास
Seema gupta,Alwar
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...