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23 Jun 2019 · 1 min read

अंतर्विरोध

अंतर्विरोध का दौर है,
अपने आप से उलझना है..
जीवन की इस पहेली को,
अपने अंदाज़ से समझना है..
उड़ने कि तैयारी में..
यूँ ही हाथ खोलने लगे..
परवाज़ इतनी ऊंची हो,
कि आसमान छोटा लगे..

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 403 Views
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