Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2021 · 1 min read

-अंजनी पुत्र हनुमान

गदाधारी वीर हनुमान
श्रीराम के भक्त महान!!

मंगल मूर्ति करुणानिधान!!
सियाराम जी का करते गुणगान
हे !अंजनी पुत्र हनुमान,
बल बुद्धि शक्ति के दाता
हम भक्तों के तुम नाथा
हाथ में धारण करते तुम सोटा
पहन के तुम बजरंगी लाल लंगोटा
शत्रुओं का करते तुम नाश
मंगल मूर्ति के करूणानिधान!!
हे !अंजनी पुत्र हनुमान,,,,,
बाल समय रवि को तुमने
भक्ष लिया था पल भर मेंं
संजीवनी उठा लाए क्षण में
लक्ष्मण के प्राण बचाए पल में
मंगल मूर्ति करुणानिधान!!
हे अंजनी पुत्र हनुमान,,,,,,,
सत योजन सागर पार कीना
सीता जी को मुद्रिका दीना
दानव दल को करा बल हीना
मंगलमूर्ति करूणा निधान!!
हे! अंजनी पुत्र हनुमान,,,,,
संकटमोचन कृपा निधान
धारण करते शक्ति अपार
बेगि हरो पवनपुत्र हनुमान
संकट जो अब भुगत रहा संसार
विनती है महावीर बारंबार ??
– सीमा गुप्ता

Language: Hindi
Tag: गीत
6 Likes · 4 Comments · 461 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऐसा लगता है कि
ऐसा लगता है कि
*Author प्रणय प्रभात*
कोशी के वटवृक्ष
कोशी के वटवृक्ष
Shashi Dhar Kumar
यह ज़िंदगी
यह ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
*श्रम साधक *
*श्रम साधक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हमेशा जिंदगी की एक, सी कब चाल होती है (हिंदी गजल)*
*हमेशा जिंदगी की एक, सी कब चाल होती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अनिल
अनिल "आदर्श "
Anil "Aadarsh"
मासूमियत
मासूमियत
Punam Pande
'मौन अभिव्यक्ति'
'मौन अभिव्यक्ति'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
'अशांत' शेखर
2464.पूर्णिका
2464.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जै जै जग जननी
जै जै जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"किस पर लिखूँ?"
Dr. Kishan tandon kranti
बरसात की झड़ी ।
बरसात की झड़ी ।
Buddha Prakash
"कुण्डलिया"
surenderpal vaidya
हमारी तुम्हारी मुलाकात
हमारी तुम्हारी मुलाकात
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
...
...
Ravi Yadav
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
Rituraj shivem verma
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
अनिल कुमार निश्छल
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
Slok maurya "umang"
आस्था
आस्था
Neeraj Agarwal
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
Ram Krishan Rastogi
साधना से सिद्धि.....
साधना से सिद्धि.....
Santosh Soni
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sakshi Tripathi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
लोगो को उनको बाते ज्यादा अच्छी लगती है जो लोग उनके मन और रुच
लोगो को उनको बाते ज्यादा अच्छी लगती है जो लोग उनके मन और रुच
Rj Anand Prajapati
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
नेताम आर सी
Loading...