
Jun 28, 2016 · शेर
ख़्याल होता नही ख़्याल का, कौन सा लिखना है!
ख़्याल होता नही ख़्याल का, कौन सा लिखना है!
हाल होता नही हाल का, कौन सा लिखना है!
बस झुक जाता है सर, जब क़लम उठती है!
ज़बाब होता है हर सवाल का, कौन सा लिखना है!


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