Feb 28, 2018 · कविता
होली उत्सव पर हास्य-कविता (व्यंग्य)
हिंदुओं के प्रत्येक उत्सव पर्व त्योहार में
सरकार का एक अंग दखल देता आया है.
खासकर हिंदुत्व की पार्टी सत्ताधारी होने के बाद.
लगता है होली रुप बिड़कुले लकड़ी ईंधन
प्रह्लाद रुप डांडा बचे ही नहीं.
किसे जलाए
किसे बचाए
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हैप्पी होली.🤔😇🎈🎉🙏
कोर्ट कचहरी आपके साथ है 😊
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धूलंडी पर पानी दुरुपयोग की.
कोई संभावना नहीं है ।
आसाराम बापू.
गुरमीत सिंह.
रामपाल आदि-आदि.
खुद रंगहीन हैं.
.
बुरा न मानो होली है.
होमवर्क :-
सभी साथियों से अनुरोध है.
किन्हीं पांच रुठे साथियों को मनाये.
साथ में मिठाई वितरित करें ।
.
डॉ महेंद्र

Mahender Singh Hans
महादेव क्लीनिक, मानेसर 122051
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निजी-व्यवसायी लेखन हास्य- व्यंग्य, शेर,गजल, कहानी,मुक्तक,लेख

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