
Dec 24, 2018 · कविता
सुखी परिवार
भावों के मोती दिनांक 24/12/18
परिवार
सुखी परिवार में
बसा है घर संसार
दादा दादी का हो आशीर्वाद
माता पिता का हो प्यार
बच्चों पर हो ईश कृपा
जितनी हो चादर
उतने फैलाऐ पैर सभी
सुबह शाम हो प्रार्थना रोज
सब साथ बैठ कर भोजन करें रोज
करें ईश्वर का आभार नित्य
ऐसे परिवार में बसते देव नित्य
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

लेखन एक साधना है विगत 40 वर्ष से बाल्यावस्था से होते हुए आज लेखन चरम...

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