Apr 17, 2020 · कविता
समर्पित प्रेम की पर्याय " मेरी दीदी"
अपनी खुशियो को भूलकर,
मेरे जीवन को सपनो का संसार बनाया।
सहज ही संघर्ष को चुनकर,
मुझे हर्ष के रूप से परिचित करवाया।
रीता नाम का तात्पर्य रिक्तता को छोड़कर,
मुझे उल्लास के रंग में डुबाया।
सबकी खुशियो में शामिल होकर,
मुझे जीवन का अर्थ समझाया।
सुख-दुःख के समभाव को समझकर,
मुझे परिस्तिथियों से लड़ना सिखाया।
एक विशाल ह्रदय के परिपूरित मन से,
मुस्कान को चेहरे का आभूषण बताया।
कम उम्र में जटिल अनुभव,
जीवन के हर पक्ष का साक्षात्कार कराया।
त्याग के गहन मर्म को अपनाकर,
मेरे जीवन को मधुर बनाया।
2 Comments · 8 Views


You may also like: