Apr 14, 2020 · कविता
समय महान
१. किसे सुनाऊॅ कौन सुनेगा,
इस मौसम में मेरे मन की बात प्रिये |
सभी मूक हैं, पर दर्द एक सा,
सबके अपने-अपने झंझावात प्रिये ||
२. खुदा की खुदी पर करले भरोसा,
उसकी रहमत का ऐसा आगाज होगा |
दुश्मन जो बन करके हैं आज बैठे,
ख़िदमत में उन्ही का पहला अल्फ़ाज होगा ||
पं. कृष्ण कुमार शर्मा “सुमित”

श्री कृष्ण कुमार शर्मा एम.ए.(हिंदी & शिक्षाशास्त्र), बी.एड., एम.फिल.(हिंदी), पीएच. डी.(हिंदी) अध्ययनरत अध्यापक एवं इंटरनेशनल...

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