Apr 6, 2020 · मुक्तक
सब कह रहे हैं
सूनी सूनी रोड़ है ।
सूना सूना मोड़ है ।
सब कह रहे है,
यही कोरोना का तोड़ है ।
घर में रहो डटे ।
लोगो से रहो कटे ।
सब कह रहे है,
तभी कोरोना हटे ।
नित नित हाथ धोए ।
मास्क सदा लगाए ।
सब कह रहे,
तभी कोरोना जाए ।
सब जन जागे ।
मिलकर आए आगे ।
सब कह रहे,
तभी कोरोना भागे ।
सह लो थोड़े थोड़े कष्ट ।
हो लो थोड़ा थोड़ा रुष्ट ।
सब कह रहे,
तब ही होगा कोरोना नष्ट ।
यही संघर्ष रखो जारी ।
बनकर तुम आज्ञाकारी ।
सब कह रहे ,
कोरोना का भागना जारी ।
।।।जेपीएल।।

J P LOVEWANSHI, MA(HISTORY) ,MA (HINDI) & MSC (MATHS) , MA (POLITICAL SCIENCE) "कविता लिखना...

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