
Jun 11, 2016 · मुक्तक
"सबक गीता से कुछ लेकर , सजाता जिंदगी अपनी "
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बहुत मैला हुआ है मन , जहर दिल में भरा है क्यूँ ।
तुम्हारें पाप सर चढ़कर , बुलाते हैं डरा है क्यूँ ।
सबक गीता से कुछ लेकर , सजाता जिंदगी अपनी ,
धरा पर बोझ बन लेकिन , तु जीते जी मरा है क्यूँ ।
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वीर पटेल

मैं कवि डॉ. वीर पटेल नगर पंचायत ऊगू जनपद उन्नाव (उ.प्र.) स्वतन्त्र लेखन हिंदी कविता...

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