
Apr 17, 2020 · मुक्तक
सत्ता के गलियारों में दोषी निर्दोष ही रहेंगे
मुक्तक……
सत्ता के गलियारों में दोषी निर्दोष ही रहेंगे
ग़रीब,मज़दूर बेचारे खड़े चुप खामोश ही रहेंगे
गुज़ार लेंगे कुछ और दिन दोषियों के पाप की सज़ा
जब तक अंधी कानून व्यवस्था में सारे नकाबपोश ही रहेंगे
भूपेंद्र रावत
9।04।2020

M.a, B.ed शौकीन- लिखना, पढ़ना हर्फ़ों से खेलने की आदत हो गयी है पन्नो को...

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