Sep 1, 2017 · कविता
सखियों के संग .....
सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है
नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है
मेरे दिल को कर के घायल ,
रेशमी दुपट्टा उड़ा कर तेरा सर्मना गजब हो गया है।
(अवनीश कुमार 45)

अवनीश कुमार, www.awneeshkumar.ga www.facebook.com/awneesh kumar

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