
Jul 27, 2016 · शेर
शायरी - नहीं हूँ शायर अव्वल दर्जे का
मेरी इस चमक कर उभरती वेब साईट पर पहली शायरी की रचना
” नहीं हूँ शायर अव्वल दर्जे का
कभी कभार लफ्जों से शरारत कर लिया करता हूँ |
नहीं है तजुर्बा किताबों के लायक बनने का
बस टूटे फूटे लफ्जों में रस भर लिया करता हूँ |”

कृष्ण मलिक अम्बाला हरियाणा एवं कवि एवं शायर एवं भावी लेखक आनंदित एवं जागृत करने...

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