
Jul 30, 2016 · कविता
युवक की अभिलाषा
अभिलाषा ( भाग दो )
@——युवक की अभिलाषा —-@
पत्नी ऐसी दीजीए, हमको तुम भगवान !
देखन में ऐश्वर्या लगे, सुंदरता की खान !!
संस्कारी बहु बने घर की रखे साफ़ सफाई !
सारा घर का काम करे, बनकर शांताबाई !!
रेखा जैसा जलवा हो,जो साठ में भी युवा लगे !
प्रियंका सी फिगर रखती, माधुरी सा डांस करे !!
सोनिया जैसी चतुर हो,किरण जैसी दमदार !
मैरीकॉम से मेडल जीते, संभाल के परिवार !!
हर काम में अव्वल हो,रहे पति सेवा को तैयार !
स्वादिस्ट भोजन बनाये,वो प्यार करे बेसुमार !!
पत्नी ऐसी दीजीए , हमको तुम भगवान !
कभी न कोई मांग हो,करे न्योछावर प्राण !!
@———-डी. के. निवातियाँ !!
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नाम: डी. के. निवातिया पिता का नाम : श्री जयप्रकाश जन्म स्थान : मेरठ ,...

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