
Jul 9, 2016 · गज़ल/गीतिका
याद इक किस्सा पुराना आ गया
याद इक किस्सा पुराना आ गया।
सामने बीता ज़माना आ गया।
अब न कोई देख उनको पाएगा
आँसुओं को मनाना आ गया।
जीतने का था हुनर उसको पता
यूं उसे हमको सताना आ गया।
क्यों समझ पाया न दिल की बात यह
अब समय संग बस भुलाना आ गया।
ज़ख्म हैं गहरे बहुत ही यह अभी
हौंसलों से खुद सजाना आ गया।।।
कामनी गुप्ता ***
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I am kamni gupta from jammu . writing is my hobby. Sanjha sangreh.... Sahodri sopan-2...

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