Mar 28, 2020 · मुक्तक
मौत
यार रह जाएंगे यहीं, हिज्र फिर भी न रुलाएगी
याद सब छूटेंगे यहीं रूह अकेली जाएगी
मौत से जिंदगी भला कब तलक टकराएगी
…सिद्धार्थ
पहली बार पैदा हुए थे
पहली बार ही मरेंगे हम
बीच में जो कुछ भी हुआ
अब किस तरह दुबारा करेंगे हम.😏
~ सिद्धार्थ
मरने से पहले मर गए हैं सब
तुम भी मरो, मर रहे हैं हम जब…
~ सिद्धार्थ

मुझे लिखना और पढ़ना बेहद पसंद है ; तो क्यूँ न कुछ अलग किया जाय......

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